नटवर नागर की करलो जयकार छोड़ के मन मया अभिमान बहुत दयालु है मेरे मदन गोपाल 1_लीला बचपन में बहुत दिखाये माखन जाकर घर घर में खाये दिनों के दाता है दुखियों के बिधाता है दुखड़ा मिटाते हजार मेरे मदऩ छोटी अंगुली पे पर्वत उठाए मान इन्द्र का पल में घटाए दुष्टों के अहित कारी भक्तों के प्रभु हितकारी करते सदा कल्याण मेरे मदन गोपाल मेरे मदन गोपाल