खुद ही सवाल खुद जवाब बन जाती हूं, हर खयाल पर मुस्कुराती हूं। जब कभी गम की आंधी सताती है, अपने जहन में कई खुशियां ले आती हु। नही कोई साथ मजबूरियों का मुझे चाहिए, मैं अपने लिए खुद नई दुनियां बसाती हूं। ©Ritu shrivastava #myselfline