बिश्वास और अविश्वास के बीच अ शब्द की अहम भूमिका है मन मे उपज कटुता से अविश्वास की भूमि अंकुरित होती है वहीं मन मे सुंदर विचारों से विश्वास की नींव डलती है और हमारा रिश्ता वो कुछ ऐसा हो गया है जैसे कोई पतली सी झिल्ली हो जो विश्वास और अविश्वास की कड़ी में बाधा लिए रहती है जिसे न विश्वास से परिभाषित किया जा सकता न ही अविश्वास की संज्ञा दी जा सकती।। @jai_writes_ कटाक्ष ख्याल कविता कुछ भी कह लो।। #ख़याल #कटाक्ष #दर्द #विश्वास