उसे याद करते करते मरना कितना सुकून भरा होगा मौत कश रही होगी मुझे अपनी बाँहों में वो भी अपने महबूब की बाँहों में पड़ा होगा वो हमारी महोब्बत ना संभाल सके सोचता हूँ कि इन कागजों ने कैसे मेरा गम संभाला होगा #दिपकमल ✍💔 5/4/2021 ©Deep kamal