(,,,,22 मार्च बिहार दिवस,,,,,) हमारा बिहार,,,, दिल भरता नहीं आंखें रुकती नहीं देख कर यहां की हर कण में बसा मिथिला और मधुबनी पेंटिंग की नजारा पग पग पर यहां मिलती खुशियां बिहार के मिट्टी में है गज़ब का नज़ारा धीमे धीमे हवाओं के ठंडी एहसास खींच कर हमें ले जाती गंगा किनारा खेत में झूमते फसलों पर पड़ती सूर्य की जब पहली किरण सुनाई देती चिड़ियों की मधुर चहचहाहट बिखेरती फूलों की ख़ुशबू बिहार को पूरा मेहका जाती दिल करे जब आपका आना पटना ये लगेगा आपको शहर अपना गया, बोधगया, राजगृह मन करे तो साथ में शिक्षा का केंद्र नालंदा भी जाना सुकून प्यार और अपनापन मिलेगा यहां सब राज्यों की भाषा अपनी शान हैं लेकिन बिहार के भोजपुरी का अलग ही नाम हैं,,,,, ढूंढ़ लेना हमें मिल जाएंगे हर शहर में हम बिहारी हैं जी देश हो या विदेश हम तो सभी जगह करते हैं रेस,,,,,,,,,,, बिहार का इतिहास भारत में हर जगह मौजूद है यकीन न हो तो बिहार के जानकारी का स्त्रोत शतपथ ब्राह्मण, महाभारत, पुराण, जैन और बौद्ध साहित्य