व्यथित होकर पार नहीं होते पहाड़ दुखों के गिरना, टूटना,बिखरना पड़ता है आस को जीवित रख कठिन राह में स्वयं संभालना पड़ता है.. अखंड विश्वास को भर नयनों में दीपक समान जलना पड़ता है भ्रम तोड़ अपना ही नए पथ पर चलना पड़ता है.. हृदय में लिए क्षणभंगुर स्वप्न काटों भरी राह से गुजरना पड़ता है दुनिया से ज्यादा कहीं स्वयं के मिथकों से लड़ना पड़ता है.. तब जाकर मिलते हैं घर बार सुखों के.. -KaushalAlmora #दुख_सुख #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqdiary #yq