सुख के युग भी पलों में बीत जाते हैं दुख के पल बीतने में युग लग जाते हैं ये मन का भ्रम है समय सदा अपनी गति चलता है मन सदा हमे भ्रमित करता है हम मन के वश में हैं.. मन को सदा यही लगता है,, मगर.... हमे मन को वश में करना है, मन बहुत लालच देता है, स्वयं पर विजय नहीं पाने देता है, डटे रहो... मन वश में हो जाता है, वश में आने से पहले मन कठिन परीक्षा लेता है, वश में हुआ मन , स्वयं हार कर सब जीत लेता है।। सुख के युग भी पलों में बीत जाते हैं दुख के पल बीतने में युग लग जाते हैं ये मन का भ्रम है समय सदा अपनी गति चलता है मन सदा हमे भ्रमित करता है हम मन के वश में हैं..