अजी रहबर मेरा कभी ऐसा तो नहीं था दे के ज़ख्म पूछे हाल चाल ऐसा तो ना था कुछ तो मजबूरियां होंगी उसके मेरे दरमिया मिल के भी ना मिले हमसे ऐसा तो कभी ना था #rahbar_darmiya_majbooriya