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"सुनो , घरवाले आ रहे हैं, जल्दी से छुपा दो ", कहकर

"सुनो , घरवाले आ रहे हैं, जल्दी से छुपा दो ",
कहकर साहिल ने फटाफट से उसको कमरे में छुपा कर 
बाहर से दरवाजा बंद कर दिया।  वो घरवालों को अचंभित 
नहीं करना चाहता था।  रीता ने सबको चाय पानी करवाया ,
सब अब थोड़ा रिलेक्स लग रहे थे। 
रीता की सासू माँ बोली, " पांच साल हो गए शादी को ,
तुम लोगों ने कुछ सोचा भी है बच्चे के बारे में या बस कमाना ही है सारी जिंदगी!!" 
साहिल और रीता एक दूसरे का मुँह ताकने लग गए ।
आखिरकार घरवाले अपनी जगह बिल्कुल सही थे ,
वक्त के साथ उम्र भी बढ़ रही थी दोनों की ।
साहिल ने थोड़े गंभीर अंदाज़ में कहा ,"मां कोशिश की हमने हर जगह ईलाज भी करवा लिया, मगर नहीं हो पाया तो क्या करें "
माँ ने तपाक से कह दिया, "इसको तलाक देकर दूसरी से शादी कर ले हो जाऐगा फिर , तू ही प्यार के चक्कर में अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहा है " 
सुनकर रीता की आँखों में आँसू भर आए ,मगर वो सर झुकाए सब सुनती रही ।
इस बात पर साहिल ने कहा,"कमी उसमें नहीं है माँ, मुझमें है , अब बोलो किसको तलाक ले लेना चाहिए?" तुम एक औरत होकर भी सब कुछ नहीं समझ पाई माँ, 
ये प्यार कितना गहरा है कि ये औरत उस प्यार के लिए अपना मातृत्व भी कुर्बान करने को तैयार है । और आप इस पर लांछन लगा रहे हैं " कहते कहते उसने वो बंद दरवाजा खोला तो सामने एक बुजुर्ग महिला एक बच्चे को गोद में उठाए खड़ी थी। 
"देखो माँ आप सब लोगों के लिए मेरे परिवार को आगे बढ़ाने के लिए रीता ने ये बच्चा गोद लिया है ।" क्योंकि ये प्यार करती है और मेरे अंदर कमी होने के बावजूद भी मुझे छोड़कर नहीं जाना चाहती ,बल्कि मेरी कमी के साथ ही रहना चाहती है,  इस बिना माँ बाप के बच्चे की माँ बनकर " ।
 माँ के साथ साथ सभी लोगों की आंखें नम थी । 
और रीता यही सोच रही थी कि क्यों औरत को ही हमेशा गलत समझा जाता है? 
जाने कब तक समाज का दोहरा चरित्र यूँ ही चलता रहेगा, 
औरत और मर्द के लिए अलग अलग विचार अलग मायने चलते रहेंगे!!!!!! #Luka_chuppi #Kahaniya #storytelling #nojotoquotesforall #nojotowritersclub #nojotohindi #anshulathakur  #feelings #truelove #double_faced_society
"सुनो , घरवाले आ रहे हैं, जल्दी से छुपा दो ",
कहकर साहिल ने फटाफट से उसको कमरे में छुपा कर 
बाहर से दरवाजा बंद कर दिया।  वो घरवालों को अचंभित 
नहीं करना चाहता था।  रीता ने सबको चाय पानी करवाया ,
सब अब थोड़ा रिलेक्स लग रहे थे। 
रीता की सासू माँ बोली, " पांच साल हो गए शादी को ,
तुम लोगों ने कुछ सोचा भी है बच्चे के बारे में या बस कमाना ही है सारी जिंदगी!!" 
साहिल और रीता एक दूसरे का मुँह ताकने लग गए ।
आखिरकार घरवाले अपनी जगह बिल्कुल सही थे ,
वक्त के साथ उम्र भी बढ़ रही थी दोनों की ।
साहिल ने थोड़े गंभीर अंदाज़ में कहा ,"मां कोशिश की हमने हर जगह ईलाज भी करवा लिया, मगर नहीं हो पाया तो क्या करें "
माँ ने तपाक से कह दिया, "इसको तलाक देकर दूसरी से शादी कर ले हो जाऐगा फिर , तू ही प्यार के चक्कर में अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहा है " 
सुनकर रीता की आँखों में आँसू भर आए ,मगर वो सर झुकाए सब सुनती रही ।
इस बात पर साहिल ने कहा,"कमी उसमें नहीं है माँ, मुझमें है , अब बोलो किसको तलाक ले लेना चाहिए?" तुम एक औरत होकर भी सब कुछ नहीं समझ पाई माँ, 
ये प्यार कितना गहरा है कि ये औरत उस प्यार के लिए अपना मातृत्व भी कुर्बान करने को तैयार है । और आप इस पर लांछन लगा रहे हैं " कहते कहते उसने वो बंद दरवाजा खोला तो सामने एक बुजुर्ग महिला एक बच्चे को गोद में उठाए खड़ी थी। 
"देखो माँ आप सब लोगों के लिए मेरे परिवार को आगे बढ़ाने के लिए रीता ने ये बच्चा गोद लिया है ।" क्योंकि ये प्यार करती है और मेरे अंदर कमी होने के बावजूद भी मुझे छोड़कर नहीं जाना चाहती ,बल्कि मेरी कमी के साथ ही रहना चाहती है,  इस बिना माँ बाप के बच्चे की माँ बनकर " ।
 माँ के साथ साथ सभी लोगों की आंखें नम थी । 
और रीता यही सोच रही थी कि क्यों औरत को ही हमेशा गलत समझा जाता है? 
जाने कब तक समाज का दोहरा चरित्र यूँ ही चलता रहेगा, 
औरत और मर्द के लिए अलग अलग विचार अलग मायने चलते रहेंगे!!!!!! #Luka_chuppi #Kahaniya #storytelling #nojotoquotesforall #nojotowritersclub #nojotohindi #anshulathakur  #feelings #truelove #double_faced_society