पल भर की ख़ुशियों के लिए गलती फिर नहीं करना उन्हें पाकर आँखों को आसुओं से फिर नहीं भरना । भुला दिया था हमने उन्हें भी खुद को भुला कर पर टूटे टुकड़ो को जोड़ने की गुस्ताखी फिर नहीं करना.... इन मौसमी परिंदों का, ऐतबार नहीं अब करना खुशियों के सूखे कुओं में, कुछ नही अब भरना। बेपनाह चाहत दी थी, हमने भी खुद को भुला कर दिल के टूटे टुकड़ों का गम, और नहीं अब करना !! #सुनो_दिल_की #yqbaba #yqdidi #yqaestheticthoughts #love #life #yourquotedidi #YourQuoteAndMine Collaborating with GOPAL AGRAWAL