मोहब्बत की दासता लिखते - लिखते न जाने कितनी कलमो को तोड़ा है । अरे यार मुझे तो पता ही नही कितनो ने बेवफ़ाई की मुझसे , ओर कितनो को मैने छोड़ा है।। 😍😎😍 प्रवीण मगर मोहब्बत सिद्दत वाली