हिजर था, मानों चारों तरफ़ अंधेरा हो रहा था... पलकें बंद थीं मेरी, फ़िर भी सब कुछ सामने हो रहा था... और फिर हाथ पर आठवीं मोमबत्ती भी पिघल गई, पर कमबख्त दर्द अब भी दिल में हो रहा था... - Pranjal #meltingdown #Pranjal #Pranjalsachan #sachan #candle #mombattishayari #candleshayari #pighal #Dard #ashk