उन्होंने ताइवान से लेकर 1 तरह से दुनिया को धमकाने का ही काम किया है इस अधिवेशन में उन्होंने केवल तीसरी बार सत्ता की कामना ही नहीं सौंपी जाएगी बल्कि और अधिक शक्ति प्रदान की जाएगी क्योंकि यह शक्तियां अश्मित होगी और वह पहले से ही राष्ट्रपति के साथ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव एवं सेना प्रमुख है इसलिए यह सहज ही समझा जा सकता है कि वह और अधिक निरंकुशता नशा होने जा रहा है इसके लिए का अर्थ है कि यह भी है कि भारत समेत अन्य पड़ोसी देश के साथ विश्व व्यवस्था के लिए भी चुनौती बनने जा रहा है यह ठीक है कि भारत को चीन की ओर से पेश की जा रही चुनौती चुनौतियों का भान है और इसकी पुष्टि विदेश मंत्री जयशंकर के साथ कथन से हुई है नया युग केवल चीन का ही नहीं लेकिन उसकी दादागिरी का सामना करने के लिए भारत को और अधिक सहज होना होगा वह ना तो चीन वर भरोसा कर सकता है और ना ही उस मित्र देश के रूप में देख सकता है चीनी पाकिस्तानी को जिस तरह भारत के विरुद्ध एक मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रहा है भाई किसी से छिपा नहीं है वास्तव में इसी कारण चीन उसके आतंकियों को प्रतिदिन करने से होने से बचा रहा है ©Ek villain #touch #उभरते विश्व में चीन का आक्रमण