ये "रात" को, अक्सर क्या होने लगा है... कभी तुम्हारी यादों की तरह तपती है, कभी तुम्हारी बेरुखी सी सर्द हो जाती है... मैं रोज किस तरह खुद को संभालू... कि ये रोज तुम्हारी ही तरह बदल जाती है... देखो मौसम खुद भी अब चैन खोने लगा है... ये "रात" को अक्सर क्या होने लगा है... #NojotoQuote #रात #raat #mousam #dil #badlna #tum #chain #dhunn