" नाराज़ है हम दोनोँ, एक दूसरे से, बिन गुफ़्तगू के एक अरसा बित गया, ,, चलो जिंदगी की फिर से सुरुवात करते है, सारे गीले शिकवे भुला कर, फिर से गुफ़्तगू करते है " ----आशीष