ये जो #ज़िन्दगी की #किताब है ये किताब भी क्या किताब है कहीं इक #हसीन सा #ख़्वाब है कहीं #जान-लेवा #अज़ाब है कहीं #आँसुओं की है #दास्ताँ कहीं #मुस्कुराहटों का बयाँ कहीं #बरकतों की है #बारिशें कहीं #तिश्नगी #बेहिसाब है.... #Sard_subh_ki_mulakat