मंदिर ढूंढू मस्जिद ढूंढू कहां मैं ढूंढू तोय गिरजाघर गुरुद्वारे ढूँढा खुदा मिला ना मोय ढूंढ शिवम कहूँ सही ठिकाने पीर ना पत्थर होय कण कण कहत वो पावत है ना बस ज़मीं में सोय। मस्जिद गयो चड़ाई चादर सुनी जोर से अजान बाहर फ़कीरा नंगा देखत सूखे सबरे प्राण मंदिर जाइके फूल चढ़ाए जी भर चढ़ायो दूध अंखियां नीर रोक ना पायीं देख ग़रीब की भूख। मोमबत्ती काए बात जराईं गिरजाघर में जाय आँख समीप निर्धन के घर अंधेरो गयो हो छाय बाँध कपार गये गुरुद्वारे माथा आये टेक असली तीरथ घर में बैठे मात-पिता को देख। खुदा मिलेगा ढूंढ शिवम जहां नंगा ओढ़े थान जहां भूका पेट भरा जावे वहां प्रभु पहचान ईशू घर घर करत उजाला काटे सबकी रैन वाहेगुरु आदर्श पाल ले सब होगा सुख चैन ॥ हृदयवाणी।श्रीकांत(शिवम)पचहरा #खुदा #ईश्वर #ईशु #वाहेगुरु #DoGood