अपने-अपने पास रखो तुम अपनी-अपनी तकरीरें मुझको तो हर सख़्श के अंदर नूर खुदा का दिखता है अपने-अपने पास रखो तुम अपनी-अपनी तकरीरें मुझको तो हर सख़्श के अंदर नूर खुदा का दिखता है #अपने #पास #रखो #तुम #अपनी #तकरीरें #humanity #मानवता