तुम्हारे लिए जो तत्काल है... मेरे लिए वह चिरकाल है...। तुम क्षणों में जीती हो... मैं युगों में जीता हूँ....। तुम छोड़ते हो बन्धन हो जाते हो मुक्त मैं बन्धता हूँ तुमसे,तुममें अनुरक्त तुम तुमसी हो...मैं मुझसा हूँ चलो मिलकर साथ चले.. दो कदम सफर के लिए....। CR Depan