नीरस से जीवन में भी मनमोहक हरियाली छाई है पीली सरसों ऐसे जैसे प्रकृति ने कालीन बिछाई है देखो हर तरफ़ मौसम में, एक खुश्बू सी लहरायी है प्रकृति का यौवन लौटाने , बसंत की ऋतु आयी है बदलते मौसम का असर मनोभावों पर भी गजब ढाता है जब नयन चित चोर और पाजेब दिल के राग बजाता है बसंती रंग, बसंती मन पर पड़ी सिलवट सम कर जाता है उल्लास और मिठास से बसंत फागुन को संग ले आता है #बसंतपंचमी