मेहंदी हसन साहब की पुण्यतिथि पर सादर नमन “आंखोंको वीजा नहीं लगता, सपनों की सरहद नहीं होती, बंद आंखों से चला जाता हूं सरहद पार मेहंदी हसन से मिलने..." #सादरअभिवादन