#OpenPoetry शिकायतें नहीं करता हूं अब मैंने हालात में ढलना सीख लिया बगाबतें नहीं करता हूं अब मैंने सहना सीख लिया जो भी हैं, जितना भी हैं पास मेरे मैंने उसमें खुश रहना सीख लिया मेरा दिल उसने तोड़ा तो तोड़ा पर मैंने दिल जोड़ना सीख लिया किसी के छोड़ने का डर नहीं अब मैंने तन्हाई में रहना सीख लिया ऐ जिंदगी तू चाहती थी जैसे मैंने वैसे ही जीना सीख लिया © आंजनेय अंजुल #सीख_लिया #आंजनेय_अंजुल #OpenPoetryChallenge #OpenPoetry #NojotoHindi #NojotoNews