#पहले मेरी कविताएँ पहीले जब मेरे हाथ मे कलम होती थी तो मै मजबुर था चाहकर भी कुछ बुरा उनके बारे लिख नही सकता था पहले जब मै लिखता था तारीफ के फूल बरसाता था खो कर उनकी मोहब्बत मे बस उन्हिके गीत गाता था रात रात भर उन्हीं का इंतजार बस मुझे होता था उनकी एक झलक पाने के लिए मै तरसता था पहले जब मै सोचता था बस उन्हीं के वारे मे सोचता था पहले जब मै लिखता था बस उन्हीं के गीत गाता था #pahalejabmailikhatatha #krishnarathod #lovepoem #hindi #shayari #poem