बिखरे जज्बातों का आसार हो तुम मेरा खुशियों भरा संसार हो तुम तुम जानते हो ना, कितने ख़ास हो तुम मेरे लिए मैं हूँ ये विश्वास हो तुम। तुम गम ना करो, जरूर मंज़र बदलेगा और वक़्त अपना भी आएगा। मेरा दिल तुमसे किया हुआ हर एक वादा निभाएगा तुम्हें दर्द में देखने की हसरत ना थी मेरी, फिर भी अंजाने में दर्द दे आयी। यकीन करो, मेरा वश मेरे वश में नहीं, इसीलिए मैं तुम्हारे लिए कुछ न कर पायी। चाँद की कश्ती पे सवार रात भर ढूंढा तुम्हें मैं जितनी पास आती, उतने ही दूर जा रहे थे तुम। तुम जानते हो ना, अंधेरे से डर लगता है मुझे, रात की खामोशी में मुझे इतना क्यों डरा रहे थे तुम ग़लती वक़्त की है जो खिंचती जा रही है, प्यार के बीच इतने इम्तहान ला रही है। वक़्त भी बदलेगा, इम्तहान भी पूरा होगा, हम फिर मिलेंगे, और ये प्यार भी पूरा होगा। इसी आस पर विश्वास किए बैठी हूँ, मैं भी तो इंतजार मे ऑखें चार किये बैठी हूँ। बस इतना ही विश्वास कर लेना इस दिल पे मेरे, मैं कल भी तुमसे प्यार करती थी, मैं आज भी तुमसे प्यार करती हूँ। ©Kiran Tiwari #टूटती_उम्मीद #Rose