#OpenPoetry • मैं- हमने पूछा ये वक़्त से की अरे ठहरो भई रुको तो जरा। • वक़्त- मुस्कुराकर क़ह दिया उसने भी हमसे अरे जाओ भई जो रूठें हैं तुमसे, उनसे ये पूछो तो जरा। • मैं- ऐ वक़्त तू रूठा न कर मेरे हाथ से यूं छूटा न कर। #time #left #secbysec