मैनें आज उसकी विषम परिस्थितियों को देखा है... आज फिर मैंने उसको बंद दरवाजों में चीखते देखा है.. निशब्द हूं..😔 ( शेष अनुशीर्षक में ) #औरत #सघंर्ष #तर्क_वितर्क काम न आया उसका अपनों ने बेच खाया उसको लुटाती रही देह अपनी बाजार में बिकती रही लाख जोड़े हाथ पांव उसने अंधेरों में वो चिल्लाती रही..😭😭