इन दिनो, बादलों में बरसात थोड़ा कम है, दुआओं की सौगात मे थोड़ा गम है, इस मौसम मे भी धूप ढूंढ रही मेरी आँखें इन सभी की वजह मैं नहीं हम हैं! हालांकि कोई शिकायत नहीं मैंने हमेशा सफर को जिया है, इसमे "हम" की यादें मे थोड़ी ताज़गी भी है, थोड़ी उबासगी भी है, दोनों सही है दोनों वहीं है, दिल के करीब.... इन दिनो....