White मैं, वो और समाज... समाज - कितने मे बिका भाई , तेरी तो सरकारी नौकरी है ... मैं - बस उसकी एक मासूम भरी नजर , नजरिये और उसके कुछ विचारो मे.. समाज - पागल है क्या ! ऐसा भी क्या बोला उसने... " ना रंग देखा ,ना मेरा रूप , ना उमर का किया तकजा... इन्सान अच्छे हो बोल कर , अनमोल कर दिया उसने मुझको " ©amar gupta #मैं , वो और समाज...