*✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“18/6/2021”*🌟 🖋️ *“शुक्रवार”*✨🖊️ देखिए इस “जीवन” में कुछ “प्राप्त करना” “अनुचित” नहीं है, किंतु “सबसे अधिक” मैं ही प्राप्त करूं,मुझे और चाहिए,मैं ही “अधिक” प्राप्त करूं ये “लोभ” है... और जब यह “लोभ” आपके “जीवन” में आता है तो जो कुछ भी आप प्राप्त करना चाहते है चाहे “धन” हो,“मान” हो, उसे प्राप्त करने के लिए “व्यक्ति” किसी भी “हद” तक जाने को “बेताब” हो जाता है यदि व्यक्ति “धन प्राप्त” करना चाहता है तो वह “अधर्म की रास्तें” पर भी चला जाता है और यदि “मान(सम्मान)” प्राप्त करना चाहता है तो वह “दूसरों को नीचा” भी दिखाने लग जाता है, अंत में आपको यह “एहसास” अवश्य होगा कि यदि मैं “कम प्राप्त” कर लेता तो “प्रेम” से प्राप्त कर लेता, तो मेरा यह “जीवन” और भी “सुखी” होता, देखिए यह “लोभ” आपके “जीवन” में कब “प्रवेश” कर जाए यह आपको भी पता नहीं रहता, इसलिए इस “लोभ” को पहचानिए और इसे तुरंत अपने “जीवन” से निकाल दीजिए, जो भी प्राप्त करना है उसे “प्रेम” से प्राप्त कीजिए “जीवन” “सुखमय” होगा... *🖊️“अतुल शर्मा🖋️📝✨* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“18/6/2021”*🌟 🖋️ *“शुक्रवार”*✨🖊️ #“लोभ” #“धन”