कभी अधरों पे मुस्कुराहट की आराइश तो कभी आँसू बनकर सब्र की आज़माइश होते हैं। - अदिती कपीश अग्रवाल आराइश - सजावट ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1009 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।