शायद... रिक्त रह ही जाता है , मन का कोई कोना.. जिसे समझ से नहीं, पढ़ा जा सकता है केवल मनोभाव द्वारा... न चित्रित ,न वर्णन सिर्फ और सिर्फ आंतरिक जुड़ाव से समझ जाता है कोई... #शायद #रिक्तता #तूलिका #योरकोट_और_मैं #tulikagarg