आज सितारों सी चमकेगी, फिर से अयोध्या नगरिया, आन पधारो मोरे प्रभु, रस्ता देखें तोहरी यह गुजरिया। सालो बाद हमरी प्राथना स्वीकार हुई है, लाखो कोशिशें माना पहले बेकार हुई है। हमरी भूल क्षमा करो हे कृपानिधान, आज नगरी सारी फिर अश्रुधार हुई है। आन बसो अब प्रतिक्षा ना होवे, कब तुम ही कहो, तुम्हरे बिन सोहे है केसरिया। आज सितारों सी चमकेगी.............. भव्य मंदिर, सुंदर प्रांगण हम बना भी देंगे, महकती रजनीगंधा से हरशु उसे सजा भी देंगे। पर वो पूर्ण तब होगा, जब तेरी छवि झलकेगी, हम कोतूक से हाथ जोड़े तेरी वंदना भी करेंगे। मन अधीर हो चला है, सुनलो गुहार अब, बुला रही व्याकुल सी तुमको, पुरानी तुम्हरी डगरिया। आज सितारों सी चमकेगी................... निष्प्राण था जो, उसने भी प्राण है पाया, जब भी दिल से, उसने तेरा ध्यान लगाया। मन हर्षित है, अंतर्मन के दिए प्रज्वलित है, फिर प्रभु मेरा लौट अपने देखो धाम आया। अब आए हो तो अब छोड़ ना जाना, बड़ी मुश्किलों से छटी है यह कारी बदरिया। आज सितारों सी चमकेगी….................. फिर से चलो, सब मिलकर दीवाली मनाएं, इक वनवास से फिर हमरे प्रभु राम लौट आए। फिर से संखनादो की गूंज से संसार जगा दो, फिर से रामराज्य के, चलो मधुर स्वपन सजाएं। एक भी घर में अंधकार ना हो, उजाले भर दो, देखूं तुझको, ऐसा दे दीजो मोहे देखन का नजरिया। आज सितारों सी चमकेगी...................... #shriram #जय_श्री_राम #मर्यादा_पुरुषोत्तम #प्रभु #प्रभु_आजाओ_ईक_बार