शक्ती हम पुजते है एक भगवान को जिसने बनाया एक इंसान को है जिसकी शक्ति स्वयं मे समाहित है वह एक नहीं अनेक रूप में है / हम पुजते हैं एक भगवान् को जिसने बनाया एक इंसान को है बनी व शिव की शक्ती बनी ब्रहामा की ज्ञानी वह एक नहीं अनेक रूप में है हम पुजते हैं एक भगवान् को जिसने बनाया एक इंसान को है जिसका अंत ही आरंभ है जिसने रचा है सारे संसार को वह एक नहीं अनेक रूप में हम पुजते हैं एक भगवान् को जिसने बनाया एक इंसान को हैं जिसके रूप ही अनेक है अनेक है भाग वह ओर नही सिर्फ एक है नारी ©anu Anuradha Mishra #शक्ती