तारीफ के लिए जो नही कभी आगे आते कितनी सच्ची कितनी नेक छवि के मालिक हैं, कहलाते ॥ कभी कोई प्रश्नचिन्ह किसी काम पर नही ये लगाते, जैसा नाम वैसा ही काम सभी के दिलों को है भाते, लिखना इन्हें बहुत भाता है , लेखक नही प्रोफेसर (Dr supreet ) साहब कालेज बुलाता है ॥ Yq से अटूट इनका नाता है, कि हर इंसान इन्हें प्यार से बुलाता है, दुख सुख की घड़ी जब आई है शब्दों को पिरो स्वर्ण माला इन्होंने बनाई है दुआ है रब से आप यूँ ही खिलखिलाएँ अपने हो या पराये हर पल उनके साथ झिलमिलाए ॥ Dedicating a #testimonial to Decent