सरल शब्दों में गहराई को नाप लेना, गागर में सागर को भी ब्याँ कर देना, आसान नहीं है ज़मीं पर हो कर भी, आसमान की सैर ही खत्म कर देना। बहुत बड़ा है जीवन, मौत से भी परे, आसान नहीं मुर्दे में यों श्वास भर देना, ज़िन्दगी को मौत होते देखा किसने है, आसान नहीं जीने की आस भर देना। जीवन का संघर्ष सब के साथ ही है, किसी ने खुशी या फिर आँसू भर देना, कम ही होते हैं जिनका बस काम है, ज़िन्दादिली की सबमें छाँव भर देना। लहज़ा है यही जो मुझे समझ अाया, मुझे ही नहीं औरों को भी यही भाया, आसान नहीं खुद को सरल कर लेना, योंं सरलता से औरों के भाव भर लेना। अनूप अध्ययन है और अनूप है लेखन, अनूप है गूढ़ शब्दों को सहज कर देना, यों ही लेखनी आपकी गहरी होती रहे, देखते रहें हम गागर में सागर भर देना। Dedicating a #testimonial to Anuup Kamal Agrawal जो लेखनी पढ़ने पर महसूस किया बस वही लिखा बल्कि उस से कम ही लिखा है। #श्वास #संघर्ष #ज़िन्दादिली #अध्ययन