Tum se ek shikayat hai कांटों में फंसा हूँ इश्क जो गुलाब से है छिल छिल के तौबा दर्द में जनाब के हैं खबर गुल को है बाग़ को है एक वही है जो अब तलक हमसे अंजान से है #NojotoQuote