सिर झुका कर सबकी आज्ञा का पालन करने के साथ, जानती हूं मैं मैत्रेय बन आत्मसंतुष्टि के मार्ग पर चलना भी। सबकी ख्वाहिशें पूरी करने के साथ, जानती हूं मैं मणिकर्णिका बन अपने अधिकारों के लिए लड़ना भी। अपने कर्तव्य पर चलने के साथ , जानती हूं मैं किरण बेदी बन अपने सपनों को साकार करना भी। ©Monika Rathee नहीं सिमट जाती अब मैं सिर्फ़ चंद सवालों के जवाबों पर, अब तर्क करना जानती हूं मैं, मैं आज की नारी हूं। #विवाह - #जिंदगी का नया #अध्याय। #Marriage