में तुमसे फुरकत हो गया हूं हाँ में टूटे दिल को अब जोड़ सकता हूं है तस्किम मुझे इस बात की में तिरे पास आ नहीं सकता और दूर जा नहीं सकता हूं कैसे यकीन दिलाऊ में तुम्हें अपनी बफा की तुम्हारे सारे इल्ज़ाम को में अपना सकता हूं तेरे गालों पर जो निशान है रकीब के उंगलियों के क्या में अपने हाथ जला सकता हूं तुम कहती हो तो खैर जाने दो गरचा में अपनी मौत का इंतज़ाम कर सकता हूं तुम कहती हो तो खैर जाने दो गरचा में अपनी मौत का इंतज़ाम कर सकता हूं एक वादा करता हूं तुमसे मेरी जान कल को तुम जब आओगी मेरी कब्र पर तुम्हारे छुटे ही अपना दिल में धड़का सकता हूं भरोसा रखना तुम मेरी मोहबत का मेरे ना रहने पर भी तुम्हें में फूल भिजवा सकता हूं बड़ी प्यारी है मुस्कान तेरी इसे कभी गमाना मत तुम हो सकता है तेरी मुस्कुराहट को देखकर में क़ुरबत से भी जिंदा लौट सकता हूं ©Sagar Oza #Shajar #sagaroza #sagarozashayari