मुक्त जीवन की अभिलाषा यह खुला आसमां मुझको दे बांध न मुझको यूं बंधन में अभी अभी तो जागा हूं दूर तलक है जाना मुझको आगे बढ़ने की आशा दे माना पथ पथरीले राहों में बहुत सी कीलें है लेकिन इनसे भी कहां हारा हूं मैं आखिर दम तक मैं लडुंगा आसमां में जो एक दिन चमकेगा वो चमकता तारा हूं मैं किसी और के कांधे का कब तक कोई सहारा ले गिरकर उठना जानता है जो खुद के हौसलों का वो सहारा हूं मैं ✍️ रिंकी #डरकैसा #मुक्तिबन्धन #अभीलाषा #यकदीदी #यकबाबा #यकबेस्टहिंदीकोट्स #यकभाईजान