नशीली आँखें जो तेरी देखीं, दिल दीवाना हो गया इनमें ऐसे खोए हम, खुद पर काबू ना रहा तू ही अब मंज़िल है मेरी, तू मेरा ठिकाना तेरे सिवा कुछ ना नज़र आए मुझे, तुझे मुझको है पाना ❤ नमस्कार लेखकों|🌷 ❤ #नशीलीऑंखें इस विषय पर अपनी भावनाओं को प्रकट करें| ❤ सबसे अच्छी रचनाएँ समूह द्वारा हाईलाइट प्राप्त करेंगी| ❤ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें|