ऐसा ही चलता रहा तो रक्त की धाराएं बहती रहेंगी... ना जाने कितनी की सांसे जाती रहेंगे .... कुछ गहरे निशान रह जायेंगे ... क्या हम ऐसे ही इतिहास बनाएंगे ... क्या ये मकान यू ही जलते रहेंगे ... ये रक्त की धाराएं बहती रहेंगी .... निशानिया ऐसे ही मिटती रहेंगी .... ये नफरत यू ही चलती रहेगी ... ना जाने कितनी सांसे जाती रहेंगे ... रक्त की धाराएं बहती रहेंगी ... ©Utkarsh Pandey #write #Shayar #we#be#supportarmy #alone #Agnipath