Nojoto: Largest Storytelling Platform

रोष गहरा है.. वहाँ प्रेम गहरा कहाँ.. ? प्रेम गहर

रोष गहरा है.. 
वहाँ प्रेम गहरा कहाँ.. ? 
प्रेम गहरा है.. 
वहाँ रोष ठहरा कहाँ...? 
जो शाश्वत है ,
वहाँ ठहराव है.. 
ठहराव में प्रेम हैं.. 
प्रेम में प्रभू हैं.. 
और प्रभू ही शाश्वत हैं..

©Chanchal's poetry
  #deep_thoughts 
#Devotional
#devine
#devinelove
#god
#Nojoto
#nojotowriters