क्या है मेरी ज़ुबान की आदत, ये क्यों अक्सर फसवाती है । जहाँ कहना न होता है कुछ, वहाँ काफी कुछ कह जाती है। पीछेे तो मुझको बल देती है, मौके पर चुप कर जाती है। लाख संभालू इसको लेकिन, संभाले संभल न पाती है। #ज़ुबान की आदत