ख़ामोशी को जाना नहीं, बस बेज़ुबानी समझी है उसने अब तलक मेरी आधी ही कहानी समझी है ख़ामोशी को जाना नहीं, बस बेज़ुबानी समझी है उसने अब तलक मेरी आधी ही कहानी समझी है #KoshishGhazal