जैसे होती आयी है वैसे बसर हो जाएगी ज़िन्दगी अब मुख़्तसर से मुख़्तसर हो जाएगी. 'मीराजी' आज का लफ़्ज़ है मुख़्तसर। इस लफ़्ज़ के इस्तेमाल से कोई नज़्म या शेर लिखें। مختصر لفظ کے استعمال سے کوئی نظم یا شعر لکھیں۔