Nojoto: Largest Storytelling Platform

एक हसरत थी की वो भी कभी मनाएँ मुझे।। पर ये कम्भख्

एक हसरत थी की वो
भी कभी मनाएँ मुझे।।

पर ये कम्भख्त दिल
उनसे कभी रूठा ही
नहीं।।

अनु #शफ़क़✒️
31/08/2017. #एक हसरत थी....!
एक हसरत थी की वो
भी कभी मनाएँ मुझे।।

पर ये कम्भख्त दिल
उनसे कभी रूठा ही
नहीं।।

अनु #शफ़क़✒️
31/08/2017. #एक हसरत थी....!