#bekabooअल्फ़ाज़ ©Jitendra Rathor *प्रेमिका :* क्यों कागज़ों पे रो रहे हो खुली आंखों से सो रहे हो हम घास भी नही डालते क्यों यूहीं, पागल हो रहे हो