रोको मत ,आज चलने दो मुझे रोको ना,ख्वाब बुनने दो, रास्ता सफ़र का आज चुनने दो, मुझे थकने दो, गिरकर संभलने दो हाथ छोड़ो मेरा,रोको मत आज चलने दो। मेरी सांसों को बढ़ने दो ,दिल को और धड़कने दो तुम अगर हो फूल तो कांटो से मुझे चुभने दो महकाकर खुस्बू अपनी,मुझे आज बहकने दो कारवां बढ रहा है,रोको मत, आज चलने दो। ना आज कोई बाबु कहेगा ना कोई सोना होगा पत्थर सख्त हो गया हूं आज थोड़ा पिघलने दो फेसबुक पे दोस्त बहुत तेरा, इंस्टा पे फॉलोइंग फूल है, पहले आशिक़ से गुप्तगु मैसेंजर पे मुझे वॉट्सएप पे हीं बात करने दो रोको मत,आज चलने दो। #Rohan #poem #shayari