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सब्र को ईमान से वही ही निस्बत है जो स

सब्र को ईमान से
            वही ही निस्बत है जो
 सिर को जिस्म से है
                दौलत हुक़ूमत और
मुसीबत में आदमी के
         अक्ल का इम्तेहान होता है
कि आदमी सब्र करता है या
गलत क़दम उठता है

#हज़रत_अली

©MOBEEN AHMAD
  #ramadan