3. बेशक थोड़ी देर के लिए ख्वाहिशों को भुलाना पड़ता है मेरे साथ अभी ज़रूरतें हैं ख्वाहिशों को समझाना पड़ता है मेने देखा है ख्वाहिशें जब इंतज़ार में होती हैं अपने दौर के लिए बार-बार रोती हैं ज़रूरी जब ज़रूरतें होती हैं । khawahishein-zarooratein ( Part - 3 ) #zarooratein #zindagi #challenge #love #motivation #sad #quotes #poem #sachinkumar #enjoymyaarts